पाक प्रायोजित आतंकवाद पर डोभाल ने कहा- यह उसी तरह, जैसे पुलिस अंडरवर्ल्ड का समर्थन शुरू कर दे

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल सोमवार ने पाक प्रायोजित आतंकवाद पर कहा कि यह ठीक उसी तरह है, जैसे किसी देश की पुलिस अंडरवर्ल्ड के लोगों का समर्थन शुरू कर दे। डोभाल एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड और स्पेशल टास्क फोर्स के प्रमुखों की  बैठक में बोल रहे थे। 


एनएसए डोभाल ने यह माना कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान पर दबाव बनाया है। पाकिस्तान पर इस तरह का दबाव किसी और कदम से नहीं बनाया जा सका। 


"कुछ सरकारों ने आतंकियों को समर्थन देने में महारत हासिल की'
अजीत डोभाल ने कहा, "अपराधियों को समर्थन देने में कुछ सरकारों ने महारत हासिल कर ली है। भारत के लिहाज से देखा जाए तो पाकिस्तान ने इसे अपनी सरकार की नीति का हिस्सा बना लिया है। भारत में एक सरकार द्वारा प्रायोजित आतंकवाद है। उन्हें न केवल भर्ती किया जाता है, उन्हें प्रशिक्षण मुहैया कराया जाता है। हथियार, इंटेलीजेंस उपलब्ध कराने के साथ सरकार अपने इन सभी कदमों से इनकार भी कर देती है। इससे इंटेलीजेंस एजेंसियां उनका पता नहीं लगा पाती हैं, उन्हें खत्म नहीं कर पातीं और न ही उनका सुराग लगा पाती हैं।'


"आतंकवादियों को अत्याधुनिक तकनीक का साथ मिलने से मुश्किल बढ़ी'
डोभाल ने कहा कि अगर कोई सरकार अपराधियों का ही समर्थन करना शुरू कर दे तो उन्हें पकड़ पाना मुश्किल हो जाएगा। कल्पना करिए कि किसी देश में सरकार अंडरवर्ल्ड के लोगों का समर्थन ही शुरू कर दे। आतंकवादियों को जब अत्याधुनिक तकनीक का साथ मिल जाता है तो उनके खिलाफ सबूतों को इकट्ठा कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा एक और बात है, न्यायपालिका का नजरिया। यह नजरिया आतंकवाद के मामलों को भी उसी तरह देखने का है, जैसे सामान्य अपराध को देखा जाता है।